नाखून क्यों बढ़ते हैं? Nakhun Kyo Badd Te He
नाखून हमारे शरीर का एक सामान्य हिस्सा हैं जो लगातार बढ़ते रहते हैं। यह प्रक्रिया कई जैविक कारकों द्वारा नियंत्रित होती है।
सबसे पहले, नाखून केराटिन नामक एक प्रोटीन से बने होते हैं। यह वही प्रोटीन है जिससे हमारे बाल और त्वचा की ऊपरी परत भी बनती है। नाखून आपकी उंगलियों और पैर की उंगलियों की नोक पर स्थित मैट्रिक्स (matrix) नामक क्षेत्र से बढ़ते हैं। यह मैट्रिक्स नाखून के बिल्कुल आधार पर, त्वचा के नीचे छिपा होता है।
मैट्रिक्स में विशेष कोशिकाएं होती हैं जो लगातार नई केराटिन कोशिकाएं बनाती हैं। जैसे-जैसे नई कोशिकाएं बनती हैं, वे पुरानी कोशिकाओं को आगे की ओर धकेलती हैं। ये पुरानी कोशिकाएं धीरे-धीरे चपटी और सख्त होती जाती हैं, जिससे नाखून की प्लेट बनती है जिसे आप देखते हैं। यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है, जिसके परिणामस्वरूप नाखून बढ़ते हैं।
नाखूनों के बढ़ने की दर हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकती है और यह कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे
उम्र: बच्चों और युवा वयस्कों में नाखून तेजी से बढ़ते हैं।
पोषण: स्वस्थ आहार, जिसमें पर्याप्त प्रोटीन, विटामिन और खनिज हों, नाखून के स्वस्थ विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
रक्त परिसंचरण: उंगलियों और पैर की उंगलियों में अच्छा रक्त प्रवाह नाखून के विकास को बढ़ावा देता है।
मौसम: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि नाखून गर्मियों में थोड़ी तेजी से बढ़ते हैं।
हार्मोन: हार्मोनल परिवर्तन भी नाखून के विकास को प्रभावित कर सकते हैं।
सामान्य स्वास्थ्य: कुछ स्वास्थ्य स्थितियां या दवाएं नाखून के विकास को धीमा कर सकती हैं।
संक्षेप में, नाखून का बढ़ना एक प्राकृतिक और निरंतर जैविक प्रक्रिया है जो मैट्रिक्स में नई केराटिन कोशिकाओं के उत्पादन के कारण होती है। यह हमारे शरीर का एक सुरक्षात्मक तंत्र भी है, जो हमारी उंगलियों और पैर की उंगलियों की नोक को चोट से बचाता है।
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